बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी जिला कारागार में डिप्टी जेलर मीना कनौजिया ने जेल अधीक्षक उमेश सिंह पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बाद दोनों अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया गया है। उमेश सिंह को सोनभद्र और मीना कनौजिया को प्रयागराज के नैनी जेल भेजा गया है। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है, जब मीना कनौजिया की बेटी ने वाराणसी के लालपुर पांडेयपुर थाने में तहरीर दी है। तहरीर में भ्रष्टाचार और उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए पुलिस से मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है। बेटी का कहना है कि उसकी मां के साथ जो हुआ है, वह गंभीर मामला है और उसे न्याय मिलना चाहिए। वह इस मामले से जुड़े सभी सबूत देने के लिए तैयार है।
पुलिस ने इस मामले की जांच करने और उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। मामला सामने आने के बाद से वाराणसी जिला कारागार से जुड़ा यह विवाद लगातार तूल पकड़ रहा है। इससे पहले भी मीना कनौजिया ने उमेश सिंह पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, जिसके चलते दोनों अधिकारियों का तबादला किया गया था। अब बेटी के थाने में तहरीर देने के बाद इस मामले ने फिर से जोर पकड़ लिया है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल जांच जारी है और सभी तथ्यों की पड़ताल के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
इस मामले के सार्वजनिक होने के बाद से वाराणसी में चर्चा तेज हो गई है। जेल अधीक्षक और डिप्टी जेलर के बीच के इस विवाद पर लोगों की नजरें टिकी हैं। अब पुलिस जांच के नतीजों पर सबकी नजर है। हालांकि, अभी तक उमेश सिंह के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया है। इस विवाद का असर जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी पड़ सकता है।